आज काफी दिनों के बाद कुछ लिखने जा रहा हूँ जरा ध्यान से पढ़ें ।
मित्रों वैसे तो हम देश में 132 करोड़ से ऊपर हैं ,
और हम युवाओं की बात करें तो इस संख्या का 60 से 65 करोड़ हैं ।
क्या हम सिर्फ अपनी गिनती करवाने के लिए हैं क्या हमारा कोई दायित्व नही है देश के लिए क्या हम ऐसे ही मूकदर्शक बने देखते रहें क्या हम अपना थोड़ा सा भी समय नही दे सकते देश के लिए ।
हम सबको पता है हमारी देश में एजुकेशन किस लेवल पर है सभी सरकारी स्कूलों के हालात देख लो बच्चे कम हैं और मास्टर ज्यादा वो भी पुरे दिन मोबाइल चलाते रहते हैं सब ऐसे नही हैं कुछ बहुत अच्छा काम भी कर रहे हैं ।
हम मिलकर कुछ कर सकते हैं अपने लिए अपने देश के लिए ।
देश की आवादी का 60% हिस्सा राजनीती में आधा या एक % है ऐसी बात नही है कि हम में कुब्बत नही है या हम कर नही सकते पर हमें मोके नही मिलते हम मेहनत नही करते हैं ।
सब कुछ होते हुए भी हम बेरोजगार हैं इतनी ज्यादा संभावनाओं वाले देश में हम अपने आप को सेफ और सफल नही मानते हैं ।
अब राजनीती की बात करें तो आजकल राजनीती को लोग कारोबार समझते हैं पर अगर हम सब चाहें तो राजनीती को पुराने प्रारूप में ला सकते हैं राजनीती समाजसेवा के लिए है और हमें वही करना है ।
थोड़ा थोड़ा समय देना होगा सबको इस देश के लिए मुद्दे बहुत हैं और काम करने वाले बहुत कम ।
वैसे एक बात कहूँ आप कुछ अच्छा करेंगे तो लोग आप पर उँगलियाँ उठाएंगे आपको भला बुरा कहेंगे और यंहा तक की आपको दिखाबा करने वाले या मतलबी और पता नही क्या क्या कहेंगे पर इन बातों से घबराना नही ऐसे ही लोगों से सीखना और उनको कर के दिखाना की हम में भी दम में और हम भी वो सब कुछ कर सकते हैं जो आजकल के नेता नही कर पा रहे हैं ।
मित्रों लिखने को बहुत कुछ है और करने को भी तो सभी थोड़ा थोड़ा करें में तो लगा हूँ आप सब से भी यही आशा है आप सब भी देश सेवा में लग जाएं ।
मुझसे भी संपर्क कर सकते हैं मुझे और सिखाने के लिए और अच्छे सुझाव देने के लिए ।
आपका अपना जितेन्द्र सनातनी ।
अध्यक्ष - युवा शोशल वेलफ़ेयर शोसाइटी ।
राष्ट्रीय महासचिव - राष्ट्रीय युवा क्रांति मोर्चा ।
स्टेट कॉर्डिनेटर उत्तर प्रदेश - नेशनल ह्यूमन राईट कन्वेनर ऑफ़ इंडिया ।
सम्पर्क सूत्र -07055265331
ईमेल - jitendra7662@gmail.com